राजस्थान

राजस्थान में जैन धर्म का एक समृद्ध और प्राचीन इतिहास है। यह राज्य जैन धर्म की परंपराओं, तीर्थ स्थलों और सांस्कृतिक धरोहरों के लिए जाना जाता है। जैन धर्म ने राजस्थान की सामाजिक, सांस्कृतिक और वास्तुकला पर गहरा प्रभाव डाला है। यहाँ जैन धर्म से जुड़ी मुख्य बातें दी गई हैं:जैन समाज की भूमिका
राजस्थान में जैन समुदाय व्यापार, शिक्षा और समाज सेवा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देता है। जैन समुदाय ने कई धर्मशालाओं, पुस्तकालयों और अस्पतालों की स्थापना की है।
1. वास्तुकला और कला
जैन धर्म की वास्तुकला राजस्थान में बेहद प्रभावशाली है। जैन मंदिरों में पत्थरों की बारीक नक्काशी, शांति और दिव्यता को प्रदर्शित किया गया है।
2. जैन धर्म के त्योहार और परंपराएँ
  • महावीर जयंती: भगवान महावीर के जन्मदिन को धूमधाम से मनाया जाता है।
  • पयुर्षण पर्व: यह जैन धर्म का प्रमुख पर्व है, जिसमें तपस्या, प्रार्थना और आत्मा की शुद्धि पर बल दिया जाता है।
3. जैन धर्म का प्रभाव
राजस्थान में जैन धर्म का प्रभाव न केवल धर्म और आध्यात्म में है, बल्कि राज्य की सांस्कृतिक और सामाजिक संरचना पर भी है। अहिंसा और सत्य के सिद्धांत यहाँ की परंपराओं में रचे-बसे हैं।

Rajasthan

Temple Locations

Explore various Jain temples and dharmashalas across the region, offering rich insights into Jain culture and spirituality.

Address

123 Jain Street, City

Hours

9 AM - 5 PM